Biography of Sucheta Kriplani


Biography of Sucheta Kriplani-Sucheta Kraplani Biography-सुचेता कृपलानी जीवन परिचय


Biography of Sucheta Kriplani : सुचेता कृपलानी को उत्तर प्रदेश का ही नहीं बल्कि भारत के किसी भी राज्य मैं प्रथम महिला मुख्यमंत्री होने का गौरव हासिल है।

सुचेता कृपलानी Sucheta Kriplani का जन्म 25, जून 1908 को पंजाब के अम्बाला शहर में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनका मूल नाम सुचेता मजूमदार था, सुचेता की एक बहन थी जिसका नाम शुलेखा था

इनके पिता का नाम सुरेन्द्रनाथ मजुमदार था, वह एक चिकित्सा अधिकारी थे। जिसके कारण उनके कई बार तबादलों हुआ करते थे। जिसके परिणामस्वरूप सुचेता कृपलानी Sucheta Kriplani की शिक्षा दीक्षा विभिन्न स्कूलों में हुई। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली से इतिहास विषय में की थी। उन्होंने अपनी कैरियर की शुरुआत एक लेक्चरर के तौर पर की थी।

28 साल की उम्र में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुख्य नेता जी० बी० कृपलानी से शादी कर ली सुचेता के इस कदम से उसके घर वालो ने विरोध किया क्यकि जे बी कृपलानी सिंधी थे, और सुचेता से उम्र में बीस वर्ष बड़े थे।  

 इन्होंने 1939 में नौकरी से त्यागपत्र देकर राजनीति में आईं तथा भारत के स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना योगदान देने लगी यही से इनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। 1940 में इनके द्वारा किए गए व्यक्तिगत सत्याग्रह के कारण इनको अंग्रेज सरकार द्वारा गिरफ्तार किया गया था। 

 1941 में इनको अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महिला विभाग का अध्यक्ष बनाया गया था। 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान सुचेता कृपलानी सबसे आगे रहीं। इनके द्वारा 1942 से 1944 तक समय-समय पर विभिन्न प्रकार के सफल भूमिगत आंदोलन चलाये गया थे, जिससे इनको 1944 में फिर एक बार गिरफ्तार किया गया।

इन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में महात्मा गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलकर साथ दिया था। सुचेता कृपलानी  Sucheta Kriplani उन महिलाओं में शामिल थीं, जिनका आजादी मैं महत्वपूर्ण योगदान था। 1949 से सुचेता कृपलानी को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रतिनिधि के रूप में चुना गया था। सुचेता कृपलानी Sucheta Kriplani ने 1952 में हुए पहले आम चुनाव में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ कर जीत हासिल की और उन्हें लघु उद्योग राज्यमंत्री के रूप में कार्य किया, पांच साल बाद उन्हें एक बार फिरसे उसी निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल हुई।  

1962 में सुचेता कृपलानी Sucheta Kriplani ने उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ा वह कानपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनी गई और उन्हें उद्योग विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। तथा 2 अक्तूबर, 1963 से 13 मार्च, 1967 तक यह उत्तर प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने से पहले वह लगातार दो बार लोकसभा के लिए चुनी गईं थी। 1967 में उन्होंने उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से चौथी बार लोकसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी।   

 1971 में शुचिता कृपाली ने राजनीति से संयास ले लिया राजनीति से संन्यास लेने के बाद  सुचेता Sucheta Kriplani  अपने पति के साथ दिल्ली में बस गई जीवन के अंतिम दिनों में उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘एन अनफिनिश्ड ऑटोबायोग्राफी’ लिखनी शुरू की जो तीन भागों में प्रकाशित हुई थी। धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य गिरता गया और 1974 में उनको दिल के दौरा  पड़ने से उनका निधन हो गया।